माँ सोफ़े पर बैठकर कोई पुरानी किताब पढ़ रहीं थीं, रसगुल्ला उनके पैरों के पास बैठा था। वो बार-बार माँ की तरफ़ उम्मीद से देखता, माँ उसे एक नज़र मुस्कुरा कर देखतीं और उसे थोड़ा सा सहला देतीं… रसगुल्ला माँ का प्यार पाकर तसल्ली पाता लेकिन वो इस बात को लेकर हैरान था कि चीकू … Continue reading रसगुल्ला की चिंता
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