कुमार विश्वास के शेर…
Kumar Vishwas Shayari कोई दीवाना कहता है कोई पागल समझता है मगर धरती की बेचैनी को बस बादल समझता है…
हिन्दी और उर्दू साहित्य का संगम
Kumar Vishwas Shayari कोई दीवाना कहता है कोई पागल समझता है मगर धरती की बेचैनी को बस बादल समझता है…