अहमद सलमान की शायरी
Ahmad Salman Shayari जो हम पे गुज़रे थे रंज सारे जो ख़ुद पे गुज़रे तो लोग समझे जब अपनी अपनी…
हिन्दी और उर्दू साहित्य का संगम
Shayar Aur Sher : ‘साहित्य दुनिया’ के ज़रिए कोशिश ये है कि लोगों की रूचि साहित्य और भाषा में बढ़े। ये साहित्य और भाषा से जुड़ी बातों को बड़े-बड़े और गम्भीर वाक्यों से न समझाकर उसे सरल, बोलचाल की भाषा में आम जन तक पहुँचाने का प्रयास है।
Ahmad Salman Shayari जो हम पे गुज़रे थे रंज सारे जो ख़ुद पे गुज़रे तो लोग समझे जब अपनी अपनी…
Zia Mazkoor Shayari बोल पड़ते हैं हम जो आगे से प्यार बढ़ता है इस रवय्ये से मैं वही हूँ यक़ीं…
Faiz Ahmad Faiz Biography फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ (1911-1984) उर्दू साहित्य के सबसे मशहूर और प्रभावशाली शायरों में से एक थे।…
Khalilur Rahman Azmi ख़लील-उर-रहमान आज़मी के कुछ बेहतरीन शेर- न जाने किस की हमें उम्र भर तलाश रही जिसे क़रीब…
Farhat Ehsas Shayari किसी कली किसी गुल में किसी चमन में नहीं वो रंग है ही नहीं जो तिरे बदन…
Famous Trending Shayari ~ हमारे देश में उर्दू पढ़ने वालों की आबादी भले कम हो लेकिन उर्दू समझने वाले बड़ी…
Rehman Faris Shayari ~ मैं कार-आमद हूँ या बे-कार हूँ मैं मगर ऐ यार तेरा यार हूँ मैं जो देखा…
Meraj Faizabadi Shayari बिखरे बिखरे सहमे सहमे रोज़ ओ शब देखेगा कौन लोग तेरे जुर्म देखेंगे सबब देखेगा कौन ___…
Moid Rasheedi Shayari ~ लगता है तबाही मिरी क़िस्मत से लगी है ये कौन सी आँधी मिरे अंदर से उठी…
Fahmi Badayuni Shayari ख़ुशी से काँप रही थीं ये उँगलियाँ इतनी डिलीट हो गया इक शख़्स सेव करने में फ़हमी…