गर बाज़ी इश्क़ की बाज़ी है जो चाहो लगा दो डर कैसा
Gar Baazi Ishq Ki Baazi hai ~ Faiz Ahmed Faiz कब याद में तेरा साथ नहीं कब हात में तेरा…
हिन्दी और उर्दू साहित्य का संगम
Gar Baazi Ishq Ki Baazi hai ~ Faiz Ahmed Faiz कब याद में तेरा साथ नहीं कब हात में तेरा…