गर बाज़ी इश्क़ की बाज़ी है जो चाहो लगा दो डर कैसा
Gar Baazi Ishq Ki Baazi hai ~ Faiz Ahmed Faiz कब याद में तेरा साथ नहीं कब हात में तेरा…
हिन्दी और उर्दू साहित्य का संगम
Gar Baazi Ishq Ki Baazi hai ~ Faiz Ahmed Faiz कब याद में तेरा साथ नहीं कब हात में तेरा…
Ghazal Aur Nazm Mein Farq ग़ज़ल: ग़ज़ल में एक ही ज़मीन होती है और पूरी ग़ज़ल एक बह्र में ही…
(Ghazal Kya hai) हमने इसके पहले आपको ‘शाइरी क्या है?’ इस बारे में बताया था. आज से हम शाइरी की…