शायरी सीखें ~ क़त्आ, रूबाई, हम्द….
Urdu Sahitya क़त्आ– दो या दो से अधिक शे’रों में जब एक विषय को शा’इरी में शामिल करने की कोशिश की जाती है तो शे’रों के इस समूह को क़त्’आ कहते हैं. क़त्आ ग़ज़ल के अन्दर भी हो सकते हैं और उसके बाहर भी, इसमें कोई पाबंदी जैसी चीज़ नहीं है. रूबाई– रूबाई चार-चार मिसरों … Read more