घनी कहानी, छोटी शाखा: जयशंकर प्रसाद की कहानी “छोटा जादूगर” का अंतिम भाग
(कार्निवल में उसकी निगाह अचानक एक लड़के पर पड़ती है. शराब पीने वाले लोगों को देख रहे इस लड़के की ओर वो आकर्षित हुआ और इस दिन के लिए उसी को अपना साथी मानने लगा. इस १३-१४ वर्ष के लड़के से जब वो अधिक बात करता है तो मालूम होता है कि उसका पिता जेल … Read more