घनी कहानी छोटी शाखा में बालकृष्ण भट्ट की कहानी ‘पंच महाराज’

Bal Krishna Bhatt Kahani

Bal Krishna Bhatt Kahani माथे पर तिलक, पाँव में बूट अचकन और पायजामा के एवज में कोट और पैंट पहने हुए पंच जी को आते देख मैं बड़े भ्रम में आया कि इन्‍हें मैं क्‍या समझूँ पंडित या बाबू या लाला या क्‍या? मैंने विचारा इस समय हिकमत अमली बिना काम में लाए कुछ निश्‍चय … Read more