बुलाती है मगर जाने का नईं
Bulati hai magar jaane ka naiN बुलाती है मगर जाने का नईं वो दुनिया है उधर जाने का नईं सितारे नोच कर ले जाऊँगा मैं ख़ाली हाथ घर जाने का नईं मिरे बेटे किसी से इश्क़ कर मगर हद से गुज़र जाने का नईं वो गर्दन नापता है नाप ले मगर ज़ालिम से डर जाने … Read more