बरसात पर ख़ूबसूरत शेर
Barsaat Shayari Baarish Shayari 1. घटा देख कर ख़ुश हुईं लड़कियाँ छतों पर खिले फूल बरसात के मुनीर नियाज़ी (Munir Niazi) 2. आसमाँ ऐसा भी क्या ख़तरा था दिल की आग से इतनी बारिश एक शोले को बुझाने के लिए ज़फ़र गोरखपुरी (Zafar Gorakhpuri) 3. तमाम रात नहाया था शहर बारिश में वो रंग उतर … Read more