वही फिर मुझे याद आने लगे हैं …ख़ुमार बाराबंकवी
Khumar Barabankvi Ki Shayari वही फिर मुझे याद आने लगे हैंजिन्हें भूलने में ज़माने लगे हैं वो हैं पास और याद आने लगे हैंमुहब्बत के होश अब ठिकाने लगे हैं सुना है हमें वो भुलाने लगे हैंतो क्या हम उन्हें याद आने लगे हैं हटाए थे जो राह से दोस्तों कीवो पत्थर मिरे घर में … Read more