लखनऊ पर बेहतरीन शेर
Lucknow Shayari कशिश-ए-लखनऊ अरे तौबा फिर वही हम वही अमीनाबाद यगाना चंगेज़ी (Yagana Changezi) ____ आज कल लखनऊ में ऐ ‘अख़्तर’ धूम है तेरी ख़ुश-बयानी की वाजिद अली शाह अख़्तर (Wajid Ali Shah Akhtar) ____ लखनऊ में फिर हुई आरास्ता बज़्म-ए-सुख़न बाद मुद्दत फिर हुआ ज़ौक़-ए-ग़ज़ल-ख़्वानी मुझे चकबस्त ब्रिज नारायण (Chakbast) ____ ज़बान-ए-हाल से ये … Read more