शेख़ इब्राहीम ज़ौक़ के बेहतरीन शेर….
Zauq Ki Shayari शेख़ इब्राहीम ज़ौक़ तू जान है हमारी और जान है तो सब कुछ ईमान की कहेंगे ईमान है तो सब कुछ ____ एहसान ना-ख़ुदा का उठाए मिरी बला कश्ती ख़ुदा पे छोड़ दूँ लंगर को तोड़ दूँ ____ कहते हैं आज ‘ज़ौक़’ जहाँ से गुज़र गया क्या ख़ूब आदमी था ख़ुदा मग़्फ़िरत … Read more