मई दिवस: सलाम मछलीशहरी की नज़्म….”सड़क बन रही है”
मई दिवस पर साहित्य दुनिया की ओर से पाठकों के लिए पेश कर रहे हैं सलाम मछली शहरी की मशहूर नज़्म “सड़क बन रही है”. Salam Machhlishahri Ki Nazm मई के महीने का मानूस मंज़र ग़रीबों के साथी ये कंकर ये पत्थर वहाँ शहर से एक ही मील हट कर सड़क बन रही है ज़मीं … Read more