घनी कहानी, छोटी शाखा: हरिशंकर परसाई की कहानी “जैसे उनके दिन फिरे” का अंतिम भाग
जैसे उनके दिन फिरे- हरिशंकर परसाई Jaise Unke Din Phire घनी कहानी, छोटी शाखा: हरिशंकर परसाई की कहानी “जैसे उनके दिन फिरे” का पहला भाग भाग- 2 (अब तक आपने पढ़ा..राजा ने अपने बूढ़े होते वय को देखकर अपने चारों बेटों को बुलाया और उन्हें ये कहा कि राजगद्दी में कोई एक ही विराज सकता … Read more