घनी कहानी, छोटी शाखा: ख़लील जिब्रान की कहानी “तूफ़ान” का पहला भाग

तूफ़ान – ख़लील जिब्रान Khaleel Jibran Ki Kahani Toofan भाग- 1 यूसूफ अल-फाख़री की आयु तब तीस वर्ष की थी, जब उन्होंने संसार को त्याग दिया और उत्तरी लेबनान में वह कदेसा की घाटी के समीप एक एकांत आश्रम में रहने लगे। आपपास के देहातों में यूसुफ के बारे में तरह-तरह की किवदन्तियाँ सुनने में … Read more

घनी कहानी, छोटी शाखा: हरिशंकर परसाई की कहानी “जैसे उनके दिन फिरे” का अंतिम भाग

Jaise Unke Din Phire Hari Shankar Parsayi

जैसे उनके दिन फिरे- हरिशंकर परसाई Jaise Unke Din Phire घनी कहानी, छोटी शाखा: हरिशंकर परसाई की कहानी “जैसे उनके दिन फिरे” का पहला भाग भाग- 2 (अब तक आपने पढ़ा..राजा ने अपने बूढ़े होते वय को देखकर अपने चारों बेटों को बुलाया और उन्हें ये कहा कि राजगद्दी में कोई एक ही विराज सकता … Read more

घनी कहानी, छोटी शाखा: हरिशंकर परसाई की कहानी “जैसे उनके दिन फिरे” का पहला भाग

Jaise Unke Din Phire Hari Shankar Parsayi

जैसे उनके दिन फिरे- हरिशंकर परसाई Jaise Unke Din Phire Hari Shankar Parsayi भाग- 1 एक था राजा। राजा के चार लड़के थे। रानियाँ ? रानियाँ तो अनेक थीं, महल में एक ‘पिंजरापोल’ ही खुला था। पर बड़ी रानी ने बाकी रानियों के पुत्रों को जहर देकर मार डाला था। और इस बात से राजा … Read more

घनी कहानी, छोटी शाखा: मुंशी प्रेमचंद की कहानी “सोहाग का शव” का तीसरा भाग

सोहाग का शव- मुंशी प्रेमचंद Premchand ki kahani Suhag Ka Shav घनी कहानी, छोटी शाखा: मुंशी प्रेमचंद की कहानी “सोहाग का शव” का पहला भाग घनी कहानी, छोटी शाखा: मुंशी प्रेमचंद की कहानी “सोहाग का शव” का दूसरा भाग भाग-3 (अब तक आपने पढ़ा..केशव और सुभद्रा की शादी को एक ही साल हुए हैं और … Read more

घनी कहानी, छोटी शाखा: मुंशी प्रेमचंद की कहानी “सोहाग का शव” का दूसरा भाग

सोहाग का शव- मुंशी प्रेमचंद Suhag Ka Shav घनी कहानी, छोटी शाखा: मुंशी प्रेमचंद की कहानी “सोहाग का शव” का पहला भाग भाग-2 (अब तक आपने पढ़ा..ये कहानी मध्यप्रदेश के एक छोटे से पहाड़ी गाँव की है। केशव जो मुंबई यूनिवर्सिटी से एम. ए. की डिग्री पाकर अब नागपुर में अध्यापन का काम करता है … Read more

घनी कहानी, छोटी शाखा: जयशंकर प्रसाद की कहानी “पुरस्कार” का अंतिम भाग

पुरस्कार-जयशंकर प्रसाद Hindi Kahani Puruskar घनी कहानी, छोटी शाखा: जयशंकर प्रसाद की कहानी “पुरस्कार” का पहला भाग घनी कहानी, छोटी शाखा: जयशंकर प्रसाद की कहानी “पुरस्कार” का दूसरा भाग भाग-3 (अब तक आपने पढ़ा..कौशल राज्य के वार्षिक कृषि उत्सव में जब मधूलिका की भूमि को चुना जाता है तो वो उत्सव का भाग तो बनती … Read more

घनी कहानी, छोटी शाखा: जयशंकर प्रसाद की कहानी “पुरस्कार” का दूसरा भाग

पुरस्कार-जयशंकर प्रसाद Jaishankar Prasad Kahani Puruskar घनी कहानी, छोटी शाखा: जयशंकर प्रसाद की कहानी “पुरस्कार” का पहला भाग भाग-2 (अब तक आपने पढ़ा..कौशल राज्य का कृषि-उत्सव चल रहा है, जिसमें एक दिन के लिए राजा कृषक बनकर एक खेत जोतते और रोपते हैं, जिसके लिए गाँव के ही किसी किसान का उपजाऊ खेत चुना जाता … Read more

घनी कहानी, छोटी शाखा: जयशंकर प्रसाद की कहानी “पुरस्कार” का पहला भाग

पुरस्कार-जयशंकर प्रसाद Jaishankar Prasad Ki Kahani Puruskar भाग-1 आर्द्रा नक्षत्र, आकाश में काले-काले बादलों की घुमड़, जिसमें देव-दुन्दुभी का गम्भीर घोष। प्राची के एक निरभ्र कोने से स्वर्ण-पुरुष झाँकने लगा था; देखने लगा महाराज की सवारी। शैलमाला के अञ्चल में समतल उर्वरा भूमि से सोंधी बास उठ रही थी। नगर-तोरण से जयघोष हुआ, भीड़ में … Read more

घनी कहानी, छोटी शाखा: चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’ की कहानी “घंटाघर” का अंतिम भाग

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घंटाघर- चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’ Chandradhar Guleri Ghantaghar घनी कहानी, छोटी शाखा: चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’ की कहानी “घंटाघर” का पहला भाग भाग-2 (अब तक आपने पढ़ा। एक इंसान ने अपने जाने के लिए एक मार्ग बनाया और उसके बाद वो एक राजमार्ग बन गया, और उस रास्ते से आगे एक पूज्य स्थान बन गया। वो इंसान … Read more

घनी कहानी, छोटी शाखा: चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’ की कहानी “घंटाघर” का पहला भाग

Famous Urdu Shayari Hum Maut Bhi Aaye to Masroor Nahin Hote

घंटाघर- चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’ Chandradhar Sharma Guleri Ghantaghar भाग-1 एक मनुष्य को कहीं जाना था। उसने अपने पैरों से उपजाऊ भूमि को बंध्या करके पगडंडी काटी और वह वहाँ पर पहला पहुँचने वाला हुआ। दूसरे, तीसरे और चौथे ने वास्तव में उस पगडंडी को चौड़ी किया और कुछ वर्षों तक यों ही लगातार जाते रहने … Read more