जिगर शेओपुरी की नज़्म- ‘बड़ी बेबसी है जो ग़म दे रहे हैं, हमें भूल जाना, क़सम दे रहे हैं’
Ishq ki shayari बड़ी बेबसी है जो ग़म दे रहे हैं, हमें भूल जाना, क़सम दे रहे हैं जो दिल में कभी थी, उसी आरज़ू का, मुहब्बत से जो की उसी गुफ़्तगू का, तुम्हें वास्ता हम सनम दे रहे हैं हमें भूल जाना क़सम दे रहे हैं पलक पे रखेंगे तुम्हें, सोचते थे कभी ग़म … Read more