घनी कहानी, छोटी शाखा: हरिशंकर परसाई की कहानी “जैसे उनके दिन फिरे” का पहला भाग

Jaise Unke Din Phire Hari Shankar Parsayi

जैसे उनके दिन फिरे- हरिशंकर परसाई Jaise Unke Din Phire Hari Shankar Parsayi भाग- 1 एक था राजा। राजा के चार लड़के थे। रानियाँ ? रानियाँ तो अनेक थीं, महल में एक ‘पिंजरापोल’ ही खुला था। पर बड़ी रानी ने बाकी रानियों के पुत्रों को जहर देकर मार डाला था। और इस बात से राजा … Read more

घनी कहानी, छोटी शाखा: सआदत हसन मंटो की कहानी “राम खिलावन” का अंतिम भाग

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राम खिलावन Manto Urdu Kahani Ram Khilawan घनी कहानी, छोटी शाखा: सआदत हसन मंटो की कहानी “राम खिलावन” का पहला भाग घनी कहानी, छोटी शाखा: सआदत हसन मंटो की कहानी “राम खिलावन” का दूसरा भाग अंतिम भाग अब तक आपने पढ़ा.. कहानी बम्बई के एक मस्त-मौला हिन्दू धोबी राम खिलावन और उसके मुस्लिम साब की … Read more

घनी कहानी, छोटी शाखा: सआदत हसन मंटो की कहानी “राम खिलावन” का दूसरा भाग

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राम खिलावन Manto Short Story Ram Khilawan घनी कहानी, छोटी शाखा: सआदत हसन मंटो की कहानी “राम खिलावन” का पहला भाग दूसरा भाग अब तक आपने पढ़ा.. कहानी बम्बई के एक मस्त-मौला हिन्दू धोबी राम खिलावन और उसके मुस्लिम साब की है जिसके घर वो हर इतवार कपड़े लेने और देने के सिलसिले में जाता … Read more

घनी कहानी, छोटी शाखा: सआदत हसन मंटो की कहानी “राम खिलावन” का पहला भाग

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राम खिलावन Manto Ki Kahani Ram Khilawan (पहला भाग) खटमल मारने के बाद में ट्रंक में पुराने काग़ज़ात देख रहा था कि सईद भाई जान की तस्वीर मिल गई। मेज़ पर एक ख़ाली फ़्रेम पड़ा था, मैंने इस तस्वीर से उस को पूरा कर दिया और कुर्सी पर बैठ कर धोबी का इंतिज़ार करने लगा। … Read more

घनी कहानी, छोटी शाखा: जयशंकर प्रसाद की कहानी “ग़ुंडा” का अंतिम भाग

गुंडा- जयशंकर प्रसाद Hindi Kahani Gunda घनी कहानी, छोटी शाखा: जयशंकर प्रसाद की कहानी “ग़ुंडा” का पहलाभाग घनी कहानी, छोटी शाखा: जयशंकर प्रसाद की कहानी “ग़ुंडा” का दूसरा भाग घनी कहानी, छोटी शाखा: जयशंकर प्रसाद की कहानी “ग़ुंडा” का तीसरा भाग भाग-4 (अब तक आपने पढ़ा..काशी में मौजूदा वातावरण से निराश व्यक्तियों ने मिलकर एक … Read more

घनी कहानी, छोटी शाखा: जयशंकर प्रसाद की कहानी “ग़ुंडा” का तीसरा भाग

गुंडा- जयशंकर प्रसाद Jaishankar Prasad Ki Kahani Gunda घनी कहानी, छोटी शाखा: जयशंकर प्रसाद की कहानी “ग़ुंडा” का पहलाभाग घनी कहानी, छोटी शाखा: जयशंकर प्रसाद की कहानी “ग़ुंडा” का दूसरा भाग भाग-3 (अब तक आपने पढ़ा…काशी के बड़े ज़मींदार का बेटा नन्हकू सिंह जाने किस बात से अपने पिता से रूठकर काशी का गुंडा हो गया … Read more

घनी कहानी, छोटी शाखा: जयशंकर प्रसाद की कहानी “ग़ुंडा” का दूसरा भाग

गुंडा- जयशंकर प्रसाद Gunda Jaishankar Prasad Ki Kahani घनी कहानी, छोटी शाखा: जयशंकर प्रसाद की कहानी “ग़ुंडा” का पहलाभाग भाग-2 (अब तक आपने पढ़ा..ये उस काल की कहानी है जब काशी में उपनिषद, ज्ञान की मान्यता से कहीं अधिक शस्त्र और बल की मान्यता हो गयी थी। जब बुद्धि और तेज को शस्त्र और बल … Read more

घनी कहानी, छोटी शाखा: जयशंकर प्रसाद की कहानी “ग़ुंडा” का पहलाभाग

ग़ुंडा- जयशंकर प्रसाद Gunda Jaishankar Prasad Ki Kahani भाग-1 वह पचास वर्ष से ऊपर था| तब भी युवकों से अधिक बलिष्ठ और दृढ़ था। चमड़े पर झुर्रियाँ नहीं पड़ी थीं| वर्षा की झड़ी में, पूस की रातों की छाया में, कड़कती हुई जेठ की धूप में, नंगे शरीर घूमने में वह सुख मानता था| उसकी … Read more

घनी कहानी, छोटी शाखा: शरतचन्द्र चट्टोपाध्याय की कहानी “अनुपमा का प्रेम” का अंतिम भाग

Anupama ka prem Sharatchandr Chatopadhyay

अनुपमा का प्रेम- शरतचन्द्र चट्टोपाध्याय   Anupama ka prem Sharatchandr घनी कहानी, छोटी शाखा: शरतचन्द्र चट्टोपाध्याय की कहानी “अनुपमा का प्रेम” का पहला भाग घनी कहानी, छोटी शाखा: शरतचन्द्र चट्टोपाध्याय की कहानी “अनुपमा का प्रेम” का दूसरा भाग भाग-3 (अब तक आपने पढ़ा। बचपन से उपन्यास पढ़ने की शौक़ीन अनुपमा उपन्यास की कहानियों को जीने … Read more

घनी कहानी, छोटी शाखा: शरतचन्द्र चट्टोपाध्याय की कहानी “अनुपमा का प्रेम” का दूसरा भाग

Anupama ka prem Sharatchandr Chatopadhyay

अनुपमा का प्रेम- शरतचन्द्र चट्टोपाध्याय Anupama ka prem घनी कहानी, छोटी शाखा: शरतचन्द्र चट्टोपाध्याय की कहानी “अनुपमा का प्रेम” का पहला भाग भाग-2 (अब तक आपने पढ़ा..अनुपमा ग्यारह वर्ष की उम्र से ही उपन्यास पढ़ती आयी है इसका असर उसके मन पर भी पड़ा है। वो अपनी काल्पनिक दुनिया में जीती है उपन्यास की नायिका … Read more