अमृता प्रीतम की बेहतरीन कविताएँ
Amrita Pritam Hindi Poems एक मुलाक़ात मैं चुप शान्त और अडोल खड़ी थी सिर्फ पास बहते समुन्द्र में तूफान था……फिर समुन्द्र को ख़ुदा जाने क्या ख़याल आया उसने तूफ़ान की एक पोटली सी बांधी मेरे हाथों में थमाई और हंस कर कुछ दूर हो गया हैरान थी…. पर उसका चमत्कार ले लिया पता था कि … Read more