घनी कहानी, छोटी शाखा: आंडाल प्रियदर्शिनी की कहानी “छुईमुई” का दूसरा भाग

Malikzada Manzoor Shayari Premchand Ki Kahani Saut

छुईमुई- आंडाल प्रियदर्शिनी Hindi Kahani Chhuimui घनी कहानी, छोटी शाखा: आंडाल प्रियदर्शिनी की कहानी “छुईमुई” का पहला भाग भाग-2 (अब तक आपने पढ़ा…पद्मावती अपने घर में अलग-थलग रहती है। उसकी बहु रेवती उससे उखड़ा हुआ व्यवहार करती है, पोती अनु को गले लगाने, अपने हाथ से खाना खिलाने, गोद में लोरी सुनाकर सुलाने का पद्मावती … Read more

घनी कहानी, छोटी शाखा: अमृता प्रीतम की कहानी “यह कहानी नहीं” का पहला भाग

यह कहानी नहीं- अमृता प्रीतम Yeh Kahani Nahin Amrita Pritam भाग-1 पत्थर और चूना बहुत था, लेकिन अगर थोड़ी-सी जगह पर दीवार की तरह उभरकर खड़ा हो जाता, तो घर की दीवारें बन सकता था। पर बना नहीं। वह धरती पर फैल गया, सड़कों की तरह और वे दोनों तमाम उम्र उन सड़कों पर चलते … Read more

घनी कहानी, छोटी शाखा: जयशंकर प्रसाद की कहानी “ग़ुंडा” का दूसरा भाग

गुंडा- जयशंकर प्रसाद Gunda Jaishankar Prasad Ki Kahani घनी कहानी, छोटी शाखा: जयशंकर प्रसाद की कहानी “ग़ुंडा” का पहलाभाग भाग-2 (अब तक आपने पढ़ा..ये उस काल की कहानी है जब काशी में उपनिषद, ज्ञान की मान्यता से कहीं अधिक शस्त्र और बल की मान्यता हो गयी थी। जब बुद्धि और तेज को शस्त्र और बल … Read more

घनी कहानी, छोटी शाखा: जयशंकर प्रसाद की कहानी “ग़ुंडा” का पहलाभाग

ग़ुंडा- जयशंकर प्रसाद Gunda Jaishankar Prasad Ki Kahani भाग-1 वह पचास वर्ष से ऊपर था| तब भी युवकों से अधिक बलिष्ठ और दृढ़ था। चमड़े पर झुर्रियाँ नहीं पड़ी थीं| वर्षा की झड़ी में, पूस की रातों की छाया में, कड़कती हुई जेठ की धूप में, नंगे शरीर घूमने में वह सुख मानता था| उसकी … Read more

घनी कहानी, छोटी शाखा: मुंशी प्रेमचंद की कहानी “सोहाग का शव” का पहला भाग

सोहाग का शव- मुंशी प्रेमचंद Suhag Ka Shav Premchand भाग-1 मध्यप्रदेश के एक पहाड़ी गाँव में एक छोटे-से घर की छत पर एक युवक मानो संध्या की निस्तब्धता में लीन बैठा था। सामने चन्द्रमा के मलिन प्रकाश में डूबी पर्वतमालाऍं अनन्त के स्वप्न की भाँति गम्भीर रहस्यमय, संगीतमय, मनोहर मालूम होती थीं, उन पहाड़ियों के … Read more