Train Shayari ~ रेलगाड़ी पर बेहतरीन शेर
Train Shayari सुब्ह-ए-काज़िब की हवा में दर्द था कितना ‘मुनीर’ रेल की सीटी बजी तो दिल लहू से भर गया…
हिन्दी और उर्दू साहित्य का संगम
Train Shayari सुब्ह-ए-काज़िब की हवा में दर्द था कितना ‘मुनीर’ रेल की सीटी बजी तो दिल लहू से भर गया…