उमैर नज्मी के बेहतरीन शेर…
Umair Najmi Best Shayari ~ तुम इस ख़राबे में चार छ: दिन टहल गई हो सो ऐन-मुमकिन है दिल की हालत बदल गई हो _____ किसी के आने पे ऐसे हलचल हुई है मुझमें ख़मोश जंगल में जैसे बंदूक़ चल गई हो ________ ये छोटे-छोटे कई हवादिस जो हो रहे हैं किसी के सर से … Read more