समझौते पर शायरी
Relation Shayari न बहलावा न समझौता जुदाई सी जुदाई है ‘अदा’ सोचो तो ख़ुशबू का सफ़र आसाँ नहीं होता अदा…
हिन्दी और उर्दू साहित्य का संगम
Relation Shayari न बहलावा न समझौता जुदाई सी जुदाई है ‘अदा’ सोचो तो ख़ुशबू का सफ़र आसाँ नहीं होता अदा…
Meraj Faizabadi Shayari बिखरे बिखरे सहमे सहमे रोज़ ओ शब देखेगा कौन लोग तेरे जुर्म देखेंगे सबब देखेगा कौन ___…
Khwab Shayari इक मुअम्मा है समझने का न समझाने का ज़िंदगी काहे को है ख़्वाब है दीवाने का फ़ानी बदायुनी…
Sach Shayari ~ सादिक़ हूँ अपने क़ौल का ‘ग़ालिब’ ख़ुदा गवाह कहता हूँ सच कि झूठ की आदत नहीं मुझे…
Moid Rasheedi Shayari ~ लगता है तबाही मिरी क़िस्मत से लगी है ये कौन सी आँधी मिरे अंदर से उठी…
Rukhsar Shayari मुद्दत से इक लड़की के रुख़्सार की धूप नहीं आई इस लिए मेरे कमरे में इतनी ठंडक रहती…
Fahmi Badayuni Shayari ख़ुशी से काँप रही थीं ये उँगलियाँ इतनी डिलीट हो गया इक शख़्स सेव करने में फ़हमी…
Saleem Sarmad Shayari ~ सलीम सरमद की शायरी सबके चेहरों पे तूफ़ान हैं मुंजमिद ये पता ही नहीं नाख़ुदा कौन…
Ameer Imam Shayari ~ अमीर इमाम आज के बेहतरीन शायरों में शुमार किए जाते हैं. उनके कुछ बेहतरीन शेर हम…
Abhishek Shukla Shayari मक़ाम-ए-वस्ल तो अर्ज़-ओ-समा के बीच में है मैं इस ज़मीन से निकलूँ तू आसमाँ से निकल अभिषेक…