घनी कहानी, छोटी शाखा: मुंशी प्रेमचंद की कहानी “कोई दुःख न हो तो बकरी ख़रीद लो” का तीसरा भाग
कोई दुःख न हो तो बकरी ख़रीद लो- मुंशी प्रेमचंद भाग-3 (अब तक आपने पढ़ा…लेखक दूध की परेशानी से बचने के लिए अपने दोस्त के साथ मिलकर गाय पालते हैं, कुछ समय के लिए तो दूध की आपूर्ति ठीक होती है..लेकिन कुछ वक़्त बाद घर में मिलावटी और घटिया क़िस्म का दूध आने लगता है. … Read more