दो कहानीकार, दो कहानियाँ (6): हरिशंकर परसाई और मंटो

Aanand Naaraayan Mullaah Urdu Poetry Words Hindi Ki Best Kahaniyan Jayshankar Prasad Ki Kahani Chooriwali

Hindi Ki Best Kahaniyan हरिशंकर परसाई की कहानी: अपना-पराया “आप किस स्कूल में शिक्षक हैं?” “मैं लोकहितकारी विद्यालय में हूँ, क्यों, कुछ काम है क्या?” “हाँ, मेरे लड़के को स्कूल में भर्ती करना है” “तो हमारे स्कूल में ही भर्ती करवा दीजिए।” “पढ़ाई-वढ़ाई कैसी है?” “नम्बर वन! बहुत अच्छे शिक्षक हैं, बहुत अच्छा वातावरण है, … Read more

दो कहानीकार, दो कहानियाँ (5): सुभद्रा कुमारी चौहान और ख़लील जिब्रान

Meer Ki Shayari Parveen Shakir Fehmida Riyaz हिन्दी व्याकरण उ और ऊ ज़ वाले शब्द Khaleel Jibran Kahani In Hindi Bhikharin Kahani Madhavrao Sapre Ki Ek Tokri Bhar Mitti Bang Mahila Rajendra Bala Ghosh Ki Kahani Dulaiwali

Khaleel Jibran Kahani In Hindi सुभद्रा कुमारी चौहान की कहानी: जम्बक की डिबिया “इस जम्बक की डिबिया से मैंने एक आदमी का ख़ून जो कर डाला है, इसलिए मैं इससे डरता हूँ। मैं जानता हूँ कि यही जम्बक की डिबिया मेरी मौत का कारण होगी”- प्रोफ़ेसर साहब ने कहा और कुर्सी पर टिक गए। उसके … Read more

दो कहानीकार, दो कहानियाँ (4): जयशंकर प्रसाद और परसाई

Ishq ki shayari Kaifi Azmi Shayari Hindi Noshi Gilani Shayari Qateel Shifai Daagh Dehlvi Hari Shankar Parsai Jaishankar Prasad Amrita Pritam Ki Kahani Vrahaspativar ka vrat ~ "बृहस्पतिवार का व्रत" Rajendra Bala Ghosh Ki Kahani Dulaiwali

Hari Shankar Parsai Jaishankar Prasad जयशंकर प्रसाद की कहानी: कलावती की शिक्षा श्यामसुंदर ने विरक्त होकर कहा- “कला! यह मुझे नहीं अच्छा लगता।” कलावती ने लैम्प की बत्ती कम करते हुए सिर झुकाकर तिरछी चितवन से देखते हुए कहा- “फिर मुझे भी सोने के समय यह रोशनी अच्छी नहीं लगती” श्यामसुंदर ने कहा- “तुम्हारा पलँग … Read more

“एक लेखक क़लम तभी उठाता है जब उसकी समझ को आघात पहुँचता है”

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Saadat Hasan Manto Biography ~ आज एक मेसेज मेरे पास आया, उस मेसेज में ये बताने की कोशिश की गयी है कि उर्दू के मशहूर कहानीकार मंटो की पैदाइश लोग भूल गए हैं. गोया ये बात सच भी है लेकिन शायद नहीं भी है. ब-तारीख़ हम भूल भी गए हों लेकिन मंटो हमारे आस पास ही है, मेरे आपके, हम सबके अन्दर है. मंटो की शख्सियत के ख़त्म होने का दावा कोई नहीं कर सकता, वो ज़िंदा है… मंटो ज़िंदा है.. !

उर्दू के मशहूर अफ़साना-निगार सआदत हसन मंटो का जन्म आज ही के रोज़ हुआ था. उर्दू कहानीकारों में मंटो से बड़ा नाम कोई नहीं है. सआदत हसन मंटो की पैदाइश 11 मई 1912 को लुधियाना ज़िले के समराला शहर में हुई.21 साल की उम्र में उनकी मुलाक़ात अब्दुल बारी से हो गयी, इस दौरान उन्होंने रूसी और फ़्रांसीसी लेखकों को पढ़ा. मुल्क के बंटवारे के बाद मंटो पाकिस्तान में जा बसे. लाहौर में उन्हें फ़ैज़, अहमद नदीम क़ासमी और नासिर काज़मी जैसे लोगों का साथ मिला. लाहौर के मशहूर पाकिस्तान टी हाउस में इन लोगों की अक्सर बैठकें होने लगीं . पाकिस्तान टी हाउस ने उस वक़्त की यादों को समेटा हुआ है.

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दो कहानीकार, दो कहानियाँ (3): ख़लील जिब्रान और सआदत हसन मंटो…

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Khalil Jibran Manto Hindi ख़लील जिब्रान की कहानी: तीन चीटियाँ एक व्यक्ति धूप में गहरी नींद में सो रहा था.तीन चींटियाँ उसकी नाक पर आकर इकट्ठी हुईं.तीनों ने अपने-अपने क़बीले की रिवायत के अनुसार एक दूसरे का अभिवादन किया और फिर खड़ी होकर बातचीत करने लगीं. पहली चींटी ने कहा, ‘मैंने इन पहाड़ों और मैदानों … Read more

दो कहानीकार, दो कहानियाँ (2): अमृता प्रीतम और मंटो

Amrita Pritam Manto Kahani

Amrita Pritam Manto Kahani अमृता प्रीतम की कहानी- जंगली बूटी अगूरी, मेरे पड़ोसियों के पड़ोसियों के पड़ोसियों के घर, उनके बड़े ही पुराने नौकर की बिलकुल नई बीवी है। एक तो नई इस बात से कि वह अपने पति की दूसरी बीवी है, सो उसका पति ‘दुहाजू’ हुआ। जू का मतलब अगर ‘जून’ हो तो … Read more

दो कहानीकार, दो कहानियाँ (1): प्रेमचंद और टैगोर

Tagore Premchand Kahani

Tagore Premchand Kahani साहित्य दुनिया में हम अभी तक शा’इरी को लेकर ही ज़्यादा बातें कर रहे थे लेकिन हम अब कहानियों पर भी चर्चा शुरू करने जा रहे हैं. ऐसे में हम आज आपके सामने दो विश्विख्यात लेखकों की कहानियाँ पेश कर रहे हैं, रबीन्द्र नाथ टैगोर की कहानी “काबुलीवाला” और प्रेमचंद की “बाबाजी का … Read more