Tag: कानों में कँगना

घनी कहानी, छोटी शाखा: राधिकारमण प्रसाद सिंह की लिखी कहानी “कानों में कँगना” का अंतिम भाग

Hindi Ki Pahli Kahani Kaanon mein kangana (हिंदी की पहली कहानी कौन-सी है? इस सवाल पर अलग-अलग जानकारों के अलग-अलग मत हैं और उन मतों के अनुसार ही कुछ कहानियों को हिंदी की पहली कहानी माना जाता है। कुछ दिनों से आप “घनी कहानी छोटी शाखा” में पढ़ रहे हैं, ऐसी ही कुछ कहानियों को, जो मानी जाती हैं हिंदी की पहली कहानियों में से एक..इन दिनों आप…

घनी कहानी, छोटी शाखा: राधिकारमण प्रसाद सिंह की लिखी कहानी “कानों में कँगना” का दूसरा भाग

(हिंदी की पहली कहानी कौन-सी है? इस सवाल पर अलग-अलग जानकारों के अलग-अलग मत हैं..और उन मतों के अनुसार ही…

घनी कहानी, छोटी शाखा: राधिकारमण प्रसाद सिंह की लिखी कहानी “कानों में कँगना” का पहला भाग

Radhikaraman Prasad Singh Kahani Kaanon mein kangana ~(हिंदी की पहली कहानी कौन-सी है? इस सवाल पर अलग-अलग जानकारों के अलग-अलग मत हैं..और उन मतों के अनुसार ही कुछ कहानियों को हिंदी की पहली कहानी माना जाता है। कुछ दिनों से आप “घनी कहानी छोटी शाखा” में पढ़ रहे हैं, ऐसी ही कुछ कहानियों को, जो मानी जाती हैं हिंदी की पहली कहानियों में से एक..आज से पेश है “राधिकारमण प्रसाद सिंह” की लिखी कहानी “कानों में कँगना”..आज पढ़िए पहला…