समझौते पर शायरी
Relation Shayari न बहलावा न समझौता जुदाई सी जुदाई है ‘अदा’ सोचो तो ख़ुशबू का सफ़र आसाँ नहीं होता अदा जाफ़री ___________ तेरी समझौते-बाज़ दुनिया में कौन मेरे सिवा अकेला था वसीम बरेलवी _________ सोशल मीडिया और Instagram रील के लिए बेहतरीन शायरी का संकलन… ज़िंदगी अब तो यही शक्ल है समझौते की दूर हट … Read more