महिला दिवस पर बेहतरीन शेर..
Women’s Day Shayari तिरे माथे पे ये आँचल बहुत ही ख़ूब है लेकिन तू इस आँचल से इक परचम बना लेती तो अच्छा था असरार-उल-हक़ मजाज़ ____________ शहर का तब्दील होना शाद रहना और उदास रौनक़ें जितनी यहाँ हैं औरतों के दम से हैं मुनीर नियाज़ी __________ घटा देख कर ख़ुश हुईं लड़कियाँ छतों पर … Read more