रहमान फ़ारिस के बेहतरीन शेर
Rehman Faris Shayari यही दुआ है यही है सलाम इश्क़ ब-ख़ैर मिरे सभी रुफ़क़ा-ए-किराम इश्क़ ब-ख़ैर ये रह ज़रूर तुम्हारे ही घर को जाती है लिखा हुआ है यहाँ गाम गाम इश्क़ ब-ख़ैर शजर ने पूछा कि तुझमें ये किसकी ख़ुशबू है हवा-ए-शाम-ए-अलम ने कहा उदासी की तुम तो दरवाज़ा खुला देख के दर आए … Read more