मुहम्मद रफ़ी साहब द्वारा गायी गई ग़ज़लें…

Mohd Rafi Ghazals

Mohd Rafi Ghazals ~ इस पोस्ट में हमने उन ग़ज़लों को शामिल किया है जिन्हें महान गायक मुहम्मद रफ़ी ने गाया है। इनमें रफ़ी साहब द्वारा गायी नज़्मों को शामिल नहीं किया गया है। इस पोस्ट में हमने सिर्फ़ ग़ज़लों को ही शामिल किया है। ______________________ कोई साग़र दिल को बहलाता नहीं बे-ख़ुदी में भी … Read more

साहिर लुधियानवी के बेहतरीन शेर

Sahir Ludhianvi Shayari

Sahir Ludhianvi Shayari 1. तेरा मिलना ख़ुशी की बात सही तुझ से मिल कर उदास रहता हूँ 2. कोई तो ऐसा घर होता जहाँ से प्यार मिल जाता वही बेगाने चेहरे हैं जहाँ जाएँ जिधर जाएँ 3. लो आज हमने तोड़ दिया रिश्ता-ए-उमीद लो अब कभी गिला न करेंगे किसी से हम 4. जान-ए-तन्हा पे … Read more

साहिर लुधियानवी की 10 मशहूर ग़ज़लें

Sahir Ludhianvi Top Ghazals

Sahir Ludhianvi Top Ghazals उर्दू शायरी की बात हो और इश्क़ की बात न हो, और इश्क़ की बात शायरी के साथ हो और साहिर लुधियानवी का नाम न हो, ऐसा संभव ही नहीं है. साहिर लेकिन जहाँ मुहब्बत की शायरी के लिए जाने जाते हैं वहीं इन्क़लाबी रंग भी उनके यहाँ खिल कर आता … Read more

साहिर की ग़ज़ल..

Sahir Ki Shayari Top Urdu Shayari Sahir Ludhianvi Life Story

Sahir Ki Shayari ख़ुद्दारियों के ख़ून को अर्ज़ां ना कर सके हम अपने जौहरों को नुमायाँ ना कर सके होकर ख़राब-ए-मै तेरे ग़म तो भुला दिए लेकिन ग़म-ए-हयात को दरमाँ ना कर सके टूटा तिलिस्म-ए-अहद-ए-मुहब्बत कुछ इस तरह फिर आरज़ू की शम्म’आ फ़रोज़ाँ ना कर सके हर शै क़रीब आके कशिश अपनी खो गयी वो … Read more

औरत ने जनम दिया मर्दों को मर्दों ने उसे बाज़ार दिया… साहिर लुधियानवी

Aurat ne janam diya

Aurat ne janam diya mardon ko mardon ne use bazar diya औरत ने जनम दिया मर्दों को मर्दों ने उसे बाज़ार दिया जब जी चाहा मसला कुचला जब जी चाहा धुत्कार दिया तुलती है कहीं दीनारों में, बिकती है कहीं बाज़ारों में नंगी नचवाई जाती है अय्याशों के दरबारों में ये वो बे-इज़्ज़त चीज़ है … Read more

दो शा’इर, दो ग़ज़लें(1): जिगर मुरादाबादी और साहिर लुधियानवी….

त वाले शब्द Sher Ka Wazn अ वाले शब्द Salam Machhlishahri Ki Nazm

आज से हमने “साहित्य दुनिया” पर एक नयी सीरीज़ शुरू करने की सोची है. हम अब लगातार अपने पाठकों के लिए मशहूर शा’इरों की ग़ज़लें भी साझा किया करेंगे. इस सिलसिले को शुरू करते हुए हम आज दो ग़ज़लें आपके सामने पेश कर रहे हैं, एक ग़ज़ल जिगर मुरादाबादी की है जबकि दूसरी ग़ज़ल साहिर … Read more