शायर और शेर शायरी शेर शकील बदायूँनी के बेहतरीन शेर साहित्य दुनिया Shakeel Badayuni Shayari नई सुब्ह पर नज़र है मगर आह ये भी डर है ये सहर भी रफ़्ता रफ़्ता कहीं…