आशू मिश्रा के बेहतरीन शेर…
~ Ashu Mishra Shayari पुरानी चाहत के ज़ख़्म अब तक भरे नहीं हैं और एक लड़की पड़ी है पीछे बड़े…
हिन्दी और उर्दू साहित्य का संगम
~ Ashu Mishra Shayari पुरानी चाहत के ज़ख़्म अब तक भरे नहीं हैं और एक लड़की पड़ी है पीछे बड़े…
Noor Uz Zaman Shayari क्या क़यामत है कि घर के अंदर आरज़ू रखते हैं आराम की हम __ एक दिन…
Ain Irfan Shayari ~ उस बस्ती पर मजबूरी का साया था घर घर में बाज़ारों की आवाज़ें थीं आँखों में…
Shariq Siddiqui Shayari ~ शारिक़ सिद्दीक़ी उत्तराखंड के काशीपुर से हैं. पेशे से अध्यापक शारिक़ मुशाइरों में भी शिरकत करते…