फूल पर शायरी

Phool Shayari

Phool Shayari काँटों में घिरे फूल को चूम आएगी लेकिन तितली के परों को कभी छिलते नहीं देखा परवीन शाकिर ______ फिर छिड़ी रात बात फूलों की रात है या बरात फूलों की मख़दूम मुहीउद्दीन ______ फूल के हार फूल के गजरे शाम फूलों की रात फूलों की मख़दूम मुहीउद्दीन _______ आपका साथ-साथ फूलों का … Read more