Famous Film Shayari ~ कश्तियाँ सब की किनारे पे पहुँच जाती हैं
नाख़ुदा जिन का नहीं उनका ख़ुदा होता है
~ अमीर मीनाई (फ़िल्म- जोरू का ग़ुलाम)
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वो बात सारे फ़साने में जिसका ज़िक्र न था
वो बात उनको बहुत ना-गवार गुज़री है
~ फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
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तुम्हें ग़ैरों से कब फ़ुर्सत हम अपने ग़म से कम ख़ाली
चलो बस हो चुका मिलना न तुम ख़ाली न हम ख़ाली
~ जाफ़र अली हसरत
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गर बाज़ी इश्क़ की बाज़ी है जो चाहो लगा दो डर कैसा
गर जीत गए तो क्या कहना हारे भी तो बाज़ी मात नहीं
~ फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ (ए दिल है मुश्किल)
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अब हवाएँ ही करेंगी रौशनी का फ़ैसला
जिस दिए में जान होगी वो दिया रह जाएगा
~ महशर बदायुनी
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सर जिसपे न झुक जाए उसे दर नहीं कहते
हर दर पे जो झुक जाए उसे सर नहीं कहते
~ बिस्मिल सईदी
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कभी रस्ते में मिल जाओ तो कतराकर गुज़र जाना, हमें इस तरह तकना जैसे पहचाना नहीं तुमने
हमारा ज़िक्र जब आये तो यूँ अनजान बन जाना कि जैसे नाम सुन कर भी हमें जाना नहीं तुमनें
~ साहिर लुधियानवी (फ़िल्म – कभी कभी)
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अब तो उतनी भी मयस्सर नहीं मय-ख़ाने में
जितनी हम छोड़ दिया करते थे पैमाने में
दिवाकर राही (फ़िल्म – शराबी)
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ख़ुदी को कर बुलंद इतना कि हर तक़दीर से पहले
ख़ुदा बंदे से ख़ुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है
~ अल्लामा इक़बाल
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सख्तियों के झेलने को चाहिए पत्थर का दिल,
हाथ भर का हो कलेजा दिल लगाने के लिए…..
~ नामालूम (फ़िल्म – नसीब) Famous Film Shayari
फूल पर शायरी
मुहब्बत पर ख़ूबसूरत शेर
घर पर शायरी
Subah Shayari : सुबह पर ख़ूबसूरत शायरी