घनी कहानी, छोटी शाखा: मुंशी प्रेमचंद की कहानी “ढपोरशंख” का तीसरा भाग

Munshi Premchand ki Story Dhaporshankh

Munshi Premchand ki Story Dhaporshankh ढपोरशंख- मुंशी प्रेमचंद भाग-3 Munshi Premchand ki Story Dhaporshankh अब तक आपने पढ़ा….लेखक अपने दोस्त के घर आए हुए हैं जो सभी की मदद को तैयार रहता है। ज़रूरत होने पर भी किसी से मदद नहीं लेता, लेखक अपने दोस्त को ढपोरशंख कहकर बुलाते हैं। अब की बार जब लेखक … Read more

घनी कहानी, छोटी शाखा: मुंशी प्रेमचंद की कहानी “ढपोरशंख” का दूसरा भाग

Munshi Premchand Story Dhaporshankh

Munshi Premchand Story Dhaporshankh ढपोरशंख- मुंशी प्रेमचंद  भाग-2 (अब तक आपने पढ़ा…लेखक अपने मित्र के बारे में बताते हैं जिन्हें वो रत्न मानते हैं लेकिन ढपोरशंख कहकर बुलाते हैं क्योंकि उनके मित्र भले ही अभावों में रह लें लेकिन न किसी के सामने हाथ फैलाते हैं और न ही अपनी ग़रीबी का रोना रोते। अगर … Read more

घनी कहानी, छोटी शाखा: मुंशी प्रेमचंद की कहानी “ढपोरशंख” का पहला भाग

Munshi Premchand ki kahani Dhaporshankh

Munshi Premchand ki kahani Dhaporshankh – ढपोरशंख- मुंशी प्रेमचंद भाग-1  Munshi Premchand ki kahani Dhaporshankh:: मुरादाबाद में मेरे एक पुराने मित्र हैं, जिन्हें दिल में तो मैं एक रत्न समझता हूँ पर पुकारता हूँ ढपोरशंख कहकर और वह बुरा भी नहीं मानते। ईश्वर ने उन्हें जितना ह्रदय दिया है, उसकी आधी बुद्धि दी होती, तो … Read more

घनी कहानी छोटी शाखा: सत्यजीत रे की कहानी “कॉर्वस” का अंतिम भाग

Satyajeet Re Hindi Kahani

Satyajeet Re Hindi Kahani कॉर्वस- सत्यजीत रे घनी कहानी छोटी शाखा: सत्यजीत रे की कहानी “कॉर्वस” का पहला भाग घनी कहानी छोटी शाखा: सत्यजीत रे की कहानी “कॉर्वस” का दूसरा भाग घनी कहानी छोटी शाखा: सत्यजीत रे की कहानी “कॉर्वस” का तीसरा भाग घनी कहानी छोटी शाखा: सत्यजीत रे की कहानी “कॉर्वस” का चौथा भाग … Read more

घनी कहानी छोटी शाखा: सत्यजीत रे की कहानी “कॉर्वस” का पाँचवाँ भाग

Kahani Satyajeet Ray ki

Kahani Satyajeet Ray ki कॉर्वस- सत्यजीत रे घनी कहानी छोटी शाखा: सत्यजीत रे की कहानी “कॉर्वस” का पहला भाग घनी कहानी छोटी शाखा: सत्यजीत रे की कहानी “कॉर्वस” का दूसरा भाग घनी कहानी छोटी शाखा: सत्यजीत रे की कहानी “कॉर्वस” का तीसरा भाग घनी कहानी छोटी शाखा: सत्यजीत रे की कहानी “कॉर्वस” का चौथा भाग … Read more

घनी कहानी छोटी शाखा: सत्यजीत रे की कहानी “कॉर्वस” का चौथा भाग

Satyajeet Ray Hindi Kahani

Satyajeet Ray Hindi Kahani कॉर्वस- सत्यजीत रे घनी कहानी छोटी शाखा: सत्यजीत रे की कहानी “कॉर्वस” का पहला भाग घनी कहानी छोटी शाखा: सत्यजीत रे की कहानी “कॉर्वस” का दूसरा भाग घनी कहानी छोटी शाखा: सत्यजीत रे की कहानी “कॉर्वस” का तीसरा भाग भाग- 4 (अब तक आपने पढ़ा…सत्यजीत रे की इस कहानी में हम … Read more

घनी कहानी छोटी शाखा: सत्यजीत रे की कहानी “कॉर्वस” का तीसरा भाग

Satyajeet Ray Kahaani

Satyajeet Ray Kahaani कॉर्वस- सत्यजीत रे घनी कहानी छोटी शाखा: सत्यजीत रे की कहानी “कॉर्वस” का पहला भाग घनी कहानी छोटी शाखा: सत्यजीत रे की कहानी “कॉर्वस” का दूसरा भाग भाग- 3 (अब तक आपने पढ़ा..सत्यजीत रे इस कहानी में एक वैज्ञानिक की डायरी की प्रविष्टियाँ हमें पढ़ा रहे हैं। यहाँ वैज्ञानिक बचपन से अपने … Read more

घनी कहानी छोटी शाखा: सत्यजीत रे की कहानी “कॉर्वस” का दूसरा भाग

Satyajeet Ray Kahani

Satyajeet Ray Kahani कॉर्वस- सत्यजीत रे घनी कहानी छोटी शाखा: सत्यजीत रे की कहानी “कॉर्वस” का पहला भाग भाग- 2 (अब तक आपने पढ़ा..एक वैज्ञानिक अपनी कहानी बयान कर रहे हैं। वो बताते हैं कि किस तरह उन्हें बचपन से पक्षियों में दिलचस्पी हुआ करती थी और वो उनके साथ को महसूस किया करते थे। … Read more

घनी कहानी छोटी शाखा: सत्यजीत रे की कहानी “कॉर्वस” का पहला भाग

Satyajeet Ray Ki Kahani

Satyajeet Ray Ki Kahani कॉर्वस- सत्यजीत रे भाग- 1 15 अगस्त परिन्दों में मेरी दिलचस्पी बहुत पुरानी है। बचपन में हमारे घर एक पालतू मैना हुआ करती थी और मैंने उसे सौ से भी ज्यादा बांग्ला शब्द सिखा दिए थे। तब मेरा ख़याल यह था कि पक्षी कभी कभार जिन शब्दों का ‘उच्चारण’ कर लिया … Read more

घनी कहानी छोटी शाखा में बालकृष्ण भट्ट की कहानी ‘पंच महाराज’

Bal Krishna Bhatt Kahani

Bal Krishna Bhatt Kahani माथे पर तिलक, पाँव में बूट अचकन और पायजामा के एवज में कोट और पैंट पहने हुए पंच जी को आते देख मैं बड़े भ्रम में आया कि इन्‍हें मैं क्‍या समझूँ पंडित या बाबू या लाला या क्‍या? मैंने विचारा इस समय हिकमत अमली बिना काम में लाए कुछ निश्‍चय … Read more