फ़हमी बदायूनी के बेहतरीन शेर..
Fahmi Badayuni Shayari ख़ुशी से काँप रही थीं ये उँगलियाँ इतनी डिलीट हो गया इक शख़्स सेव करने में फ़हमी बदायूनी __ ज़रा मोहतात होना चाहिए था बग़ैर अश्कों के रोना चाहिए था फ़हमी बदायूनी __ अब उनको याद कर के रो रहे हैं बिछड़ते वक़्त रोना चाहिए था फ़हमी बदायूनी __ वफ़ा मजबूर तुम … Read more