हकीम मोमिन ख़ाँ ‘मोमिन’
Momin Khan Momin हकीम मोमिन ख़ाँ ‘मोमिन’- उर्दू काव्य में ‘मोमिन’ का एक विशेष महत्त्व है। उनका क्षेल मुख्यतः प्रेम-व्यापार…
हिन्दी और उर्दू साहित्य का संगम
Momin Khan Momin हकीम मोमिन ख़ाँ ‘मोमिन’- उर्दू काव्य में ‘मोमिन’ का एक विशेष महत्त्व है। उनका क्षेल मुख्यतः प्रेम-व्यापार…
Rehman Faris Shayari ~ मैं कार-आमद हूँ या बे-कार हूँ मैं मगर ऐ यार तेरा यार हूँ मैं जो देखा…
Meraj Faizabadi Shayari बिखरे बिखरे सहमे सहमे रोज़ ओ शब देखेगा कौन लोग तेरे जुर्म देखेंगे सबब देखेगा कौन ___…
Khwab Shayari इक मुअम्मा है समझने का न समझाने का ज़िंदगी काहे को है ख़्वाब है दीवाने का फ़ानी बदायुनी…
Sach Shayari ~ सादिक़ हूँ अपने क़ौल का ‘ग़ालिब’ ख़ुदा गवाह कहता हूँ सच कि झूठ की आदत नहीं मुझे…
Moid Rasheedi Shayari ~ लगता है तबाही मिरी क़िस्मत से लगी है ये कौन सी आँधी मिरे अंदर से उठी…
Rukhsar Shayari मुद्दत से इक लड़की के रुख़्सार की धूप नहीं आई इस लिए मेरे कमरे में इतनी ठंडक रहती…
Fahmi Badayuni Shayari ख़ुशी से काँप रही थीं ये उँगलियाँ इतनी डिलीट हो गया इक शख़्स सेव करने में फ़हमी…
Sufinama : साहित्य दुनिया के ज़रिए आप सभी तक हिंदी और उर्दू साहित्य से जुड़ी तरह-तरह की जानकारी पहुँचती है।…