हकीम मोमिन ख़ाँ ‘मोमिन’

Momin Khan Momin

Momin Khan Momin हकीम मोमिन ख़ाँ ‘मोमिन’- उर्दू काव्य में ‘मोमिन’ का एक विशेष महत्त्व है। उनका क्षेल मुख्यतः प्रेम-व्यापार होते हुए भी उन्होंने वर्णन में जो तड़प पैदा की, वह उन्हीं का हिस्सा थी। वर्णन-सौन्दर्य की तारीफ़ यह है कि वे अभिव्यक्ति की मौलिकता और भावपक्ष की प्रबलता दोनों के लिए प्रसिद्ध हो गये … Read more