आज फिर गर्दिश-ए-तक़दीर पे रोना आया – शकील बदायूँनी
Aaj Phir Gardish e Taqdeer Pe Rona Aaya – Shakeel Budanyuni आज फिर गर्दिश-ए-तक़दीर पे रोना आया दिल की बिगड़ी…
हिन्दी और उर्दू साहित्य का संगम
Aaj Phir Gardish e Taqdeer Pe Rona Aaya – Shakeel Budanyuni आज फिर गर्दिश-ए-तक़दीर पे रोना आया दिल की बिगड़ी…