अख़्तर शीरानी की नज़्म ‘ऐ इश्क़ हमें बर्बाद न कर’

Aye Ishq Humen Barbaad Na Kar

Aye Ishq Humen Barbaad Na Kar ~ Akhtar Shirani ऐ इश्क़ न छेड़ आ आ के हमें, हम भूले हुओं को याद न कर पहले ही बहुत नाशाद हैं हम, तू और हमें नाशाद न कर क़िस्मत का सितम ही कम नहीं कुछ, ये ताज़ा सितम ईजाद न कर यूँ ज़ुल्म न कर बे-दाद न … Read more

फ़िराक़ गोरखपुरी की शायरी

Firaq Gorakhpuri Ki Shayari

Firaq Gorakhpuri Ki Shayari 1. तुम्हें क्यूँकर बताएँ ज़िंदगी को क्या समझते हैं समझ लो साँस लेना ख़ुद-कुशी करना समझते हैं 2. बस इतने पर हमें सब लोग दीवाना समझते हैं कि इस दुनिया को हम इक दूसरी दुनिया समझते हैं सोशल मीडिया और Instagram रील के लिए बेहतरीन शायरी का संकलन… 3. कहाँ का … Read more