Franz Kafka Biography फ्रांज काफ्का, 20वीं शताब्दी के सबसे प्रभावशाली और रहस्यमयी लेखकों में से एक थे। उनका जन्म 3 जुलाई 1883 को प्राग में एक यहूदी परिवार में हुआ था। काफ्का के साहित्य में अक्सर अस्तित्ववादी विचारधारा, मनुष्य की बेबसी और समाज के असहज पहलुओं को उकेरा गया है। उनकी रचनाएं मुख्य रूप से जर्मन भाषा में लिखी गईं और उन्हें आधुनिक साहित्य का महत्वपूर्ण स्तंभ माना जाता है।
काफ्का की सबसे प्रसिद्ध कृतियों में “द मेटामॉर्फोसिस”, “द ट्रायल” और “द कैसल” शामिल हैं। उनकी कहानियां आमतौर पर एक अद्भुत और भयावह संसार की झलक पेश करती हैं, जहां व्यक्ति अपने अस्तित्व और अधिकारों के लिए संघर्ष करता है। उदाहरण के लिए, “द मेटामॉर्फोसिस” में नायक ग्रेगर साम्सा एक सुबह जागने पर खुद को एक विशाल कीड़े के रूप में पाता है, और इस नई वास्तविकता के साथ उसके संघर्ष को काफ्का ने बेहद संवेदनशीलता और गहराई से चित्रित किया है।
काफ्का के जीवन पर उनके पिता के साथ जटिल संबंधों का गहरा प्रभाव पड़ा। उनके पिता एक सख्त और कठोर व्यक्ति थे, और उनके साथ काफ्का का रिश्ता हमेशा तनावपूर्ण रहा। इस पारिवारिक पृष्ठभूमि ने उनके लेखन में मानवीय भावनाओं की गहनता और समाज के प्रति उनकी आलोचनात्मक दृष्टि को आकार दिया।
अपने जीवनकाल में काफ्का को बहुत कम ख्याति मिली। उनकी अधिकांश रचनाएं उनकी मृत्यु के बाद प्रकाशित हुईं। काफ्का ने अपने मित्र मैक्स ब्रॉड को अपनी अप्रकाशित रचनाओं को नष्ट करने के लिए कहा था, लेकिन ब्रॉड ने उनकी इच्छाओं का पालन नहीं किया और उनकी रचनाओं को संरक्षित किया। यही कारण है कि आज काफ्का की रचनाएं साहित्य प्रेमियों के लिए एक अमूल्य धरोहर हैं।
काफ्का का स्वास्थ्य हमेशा कमजोर रहा और वे जीवन भर विभिन्न बीमारियों से ग्रस्त रहे। 3 जून 1924 को मात्र 40 वर्ष की आयु में तपेदिक के कारण उनकी मृत्यु हो गई। हालांकि काफ्का का जीवन छोटा था, लेकिन उनकी रचनाओं का प्रभाव समय और स्थान की सीमाओं से परे है। उनका लेखन आज भी आधुनिक जीवन की जटिलताओं और मानव अस्तित्व के गहन प्रश्नों को समझने का माध्यम बना हुआ है।
Franz Kafka Biography