बहज़ाद लखनवी के बेहतरीन शेर…
Behzad Lucknowi Best Sher ऐ जज़्बा-ए-दिल गर मैं चाहूँ हर चीज़ मुक़ाबिल आ जाए मंज़िल के लिए दो गाम चलूँ…
हिन्दी और उर्दू साहित्य का संगम
Behzad Lucknowi Best Sher ऐ जज़्बा-ए-दिल गर मैं चाहूँ हर चीज़ मुक़ाबिल आ जाए मंज़िल के लिए दो गाम चलूँ…