ग़ज़ल शायर और शेर शायरी शहरयार की फ़िल्मों में आयी ग़ज़लें… साहित्य दुनिया जब भी मिलती है मुझे अजनबी लगती क्यूँ है ज़िंदगी रोज़ नए रंग बदलती क्यूँ है धूप के क़हर का…