आशू मिश्रा के बेहतरीन शेर…
~ Ashu Mishra Shayari पुरानी चाहत के ज़ख़्म अब तक भरे नहीं हैं और एक लड़की पड़ी है पीछे बड़े…
हिन्दी और उर्दू साहित्य का संगम
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Noor Uz Zaman Shayari क्या क़यामत है कि घर के अंदर आरज़ू रखते हैं आराम की हम __ एक दिन…