हुस्न पर शायरी

Husn Shayari

Husn Shayari किसी का यूँ तो हुआ कौन उम्र भर फिर भी ये हुस्न ओ इश्क़ तो धोका है सब मगर फिर भी फ़िराक़ गोरखपुरी ~~~~~~ तुम हुस्न की ख़ुद इक दुनिया हो शायद ये तुम्हें मालूम नहीं महफ़िल में तुम्हारे आने से हर चीज़ पे नूर आ जाता है साहिर लुधियानवी ~~~~~ उस हुस्न … Read more

आज फिर गर्दिश-ए-तक़दीर पे रोना आया – शकील बदायूँनी

Aaj Phir Gardish e Taqdeer Pe Rona Aaya - Shakeel Budanyuni Shakeel Badayuni Shayari

Aaj Phir Gardish e Taqdeer Pe Rona Aaya – Shakeel Budanyuni आज फिर गर्दिश-ए-तक़दीर पे रोना आया दिल की बिगड़ी हुई तस्वीर पे रोना आया इश्क़ की क़ैद में अब तक तो उमीदों पे जिए मिट गई आस तो ज़ंजीर पे रोना आया क्या हसीं ख़्वाब मुहब्बत ने दिखाया था हमें खुल गई आँख तो … Read more

‘दिल’ शब्द पर शायरी

Zehra Nigah न वाले शब्द

उर्दू शाइरी और शायद दुनिया की हर तरह की शाइरी में दिल या दिल के अर्थ (Dil Shayari) वाले दूसरे अल्फ़ाज़ पर ढेरों शाइरी कही गयी है। इंसानी जिस्म में दिल को उसके मुहब्बत के एहसासात से जोड़ा गया है, यही वजह है कि अक्सर लोग अपने एहसासात का बयान करने के लिए ‘दिल’ शब्द … Read more