Urdu Ke Nuqte Wale ShabdUrdu Ke Nuqte Wale Shabd

उर्दू वर्णमाला में कुछ ऐसे अक्षर हैं जिनके बारे में अक्सर हिंदी भाषी कुछ परेशान से रहते हैं और उसका सही उच्चारण करना उनके लिए मुश्किल हो जाता है। इन अक्षर (उर्दू में अक्षर को हर्फ़ कहते हैं) की बात करें तो ये फ़,क़, ख़, ग़, और ज़ हैं। असल में इन अक्षरों को बोलने में परेशानी की वजह ये है कि बिलकुल इन्हीं की तरह के अक्षर और भी होते हैं. वो हैं फ, क,ख, ग, और ज. इन सभी में नीचे बिंदी नहीं लगी है बाक़ी इनके लिखने का तरीक़ा बिलकुल एक ही है। लोग अक्सर इसको लेकर परेशान हो जाते हैं कि कौन से लफ़्ज़ में फ और कौन से में फ़ या कौन से में क़ है या क। आज हम “ख” और “ख़” वाले कुछ शब्दों की लिस्ट आपके सामने पेश कर रहे हैं।

ख- کھ – Kh

खेल, खोली, खिलाड़ी, खोदना, खाना (भोजन), खोया,खनन, खँगालना (धोना), खंड (भाग), खंडन (नकारना, विरोध जताना आदि), खंडहर, खगोल (ब्रह्मांड), खटका( आशंका या अंदेशा), खटमल, खट्टा, खटास, खटाई, खटिया, खाट, खटोला(छोटी खाट), खड़ाऊँ(लकड़ी की पादुका या चप्पल), खाता( बही), खनक, खनिज( कच्ची धातु), खपरैल (छप्पर), खपाई(अपव्यय), खरपतवार(घासफूस), खरल (इमामदस्ता), खरहरी(छुहारा), खरा (शुद्ध), खरोंच, खर्राटा, खलनायक, खलासी, खलबली, खलियान, खसखस, खसोट(छीन लेना), खाँसी, खाँचा, खाद, खाद्य(आहार), खान(भंडार), खानपान, खारा, खारिश(खुजली), खाल, खिंचाव, खिचड़ी, खिड़की, खिन्न( उदास), खिलना, खिलाना, खिलवाड़, खिलौना, खिल्ली(उपहास), खिसकना, खिसकाना, खींचतान, खीज (चिढ़), खीर, खीरा, खीस (झूठी हँसी), खुरचन, खुर, खुरचन, खुरदरा, खुलना, खुलेआम, खूँटा, खूँटी, खेत, खेती, खेद, खेप, खेवैया(नाविक), खोज, खोट, खोना, खोटा, खोदना, खुदाई, खोपड़ी, खोल, खौलना, ख्याति।

पंख, साख, आँख, लिखना, सीखना

ख़- خ – KH

ख़ुदा, ख़ुद, ख़ुद्दार, ख़म, ख़लिश, ख़िरद, ख़िलाफ़त (ख़िलाफ़त का मतलब विरोध नहीं होता, ख़िलाफ़त का अर्थ प्रतिनिधित्व होता है), ख़िलाफ़, ख्व़ाब (इसका उच्चारण ख़ाब होगा), ख़बर, ख़बरदार, ख़त, ख़ातिर, ख़ातून, ख़ाना (इसका अर्थ घर होता है), ख़ालू, ख़ुश, ख़ुशबूदार, ख़ुशबू, ख़ुशमिज़ाज, ख्व़ाहिश (इसका उच्चारण ख़ाहिश होगा),ख़रगोश, ख़ामोशी, ख़ामशी, ख़ामुशी, ख़मोशी( इन चारों लफ़्ज़ का अर्थ सन्नाटा है),ख़ामोश, ख़िदमत, ख़रीद, ख़ंजर, ख़ज़ांची (कैशियर), ख़जूर, ख़ज़ाना, ख़तरनाक, ख़तरा, ख़ता (भूल), ख़त्म, ख़ूबसूरत, ख़ूब, ख़फ़ा, ख़बरुआ( सूचनावाहक), ख़बीस( दुर्जन), ख़ब्त(पागलपन), ख़म (मोड़दार), ख़मीर (यीस्ट), ख़यानत (छल), ख़रबूज़ा, ख़राब, ख़राद, ख़रीद, ख़रीद फ़रोख़्त, ख़रीददार, ख़रीदी, ख़रीफ़, ख़र्च, खर्चीला, ख़लल(विघ्न), ख़लिश(पीड़ा), ख़लीफ़ा, ख़स्ता, ख़ाक़, ख़ाका, ख़ाकसार, ख़ाकी, ख़ातिर, ख़ादिम, ख़ानदान, ख़ानाबदोश, ख़ामी, ख़ारिज, ख़ाला, ख़ालिस, ख़ाली, ख़ास, ख़र्च, ख़िताब, ख़िराम, ख़ुफ़िया, ख़ुमार, ख़ुदरा (फुटकर), ख़ुराफ़ात, ख़ुर्द (छोटी या छोटा), ख़ुश्क, ख़ूँख़ार, ख़ुराक़, ख़ूबानी, ख़ूबी, ख़ोर( भक्षक), ख़ोली, ख़ौफ़नाक, ख़याल, ख़याली, ख़राब।

दरख़्त, बेख़बर, बरख़ुदग़लत, फ़ख़्र, नख़, तख़ल्लुस।

नुक़्ते वाले और बिना नुक़्ते वाले (1): “फ” और “फ़”….
नुक़्ते वाले और बिना नुक़्ते वाले (2): क और क़..
नुक़्ते वाले और बिना नुक़्ते वाले (4): ग और ग़..
नुक़्ते वाले और बिना नुक़्ते वाले (5): ज और ज़..
नुक़्ते वाले और बिना नुक़्ते वाले (6): क्या है बिंदी का फ़र्क़..

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