बुलाती है मगर जाने का नईं
Bulati hai magar jaane ka naiN बुलाती है मगर जाने का नईं वो दुनिया है उधर जाने का नईं सितारे…
हिन्दी और उर्दू साहित्य का संगम
Bulati hai magar jaane ka naiN बुलाती है मगर जाने का नईं वो दुनिया है उधर जाने का नईं सितारे…
“मातृ दिवस” (Mothers Day) के मौक़े पर हम अपने पाठकों के लिए ज़हरा निगाह की नज़्म “डाकू” (Zehra Nigah Ki…
Famous Film Shayari ~ कश्तियाँ सब की किनारे पे पहुँच जाती हैं नाख़ुदा जिन का नहीं उनका ख़ुदा होता है…
Dard Minnat Kash e Dava Na Hua ~ Mirza Ghalib दर्द मिन्नत-कश-ए-दवा न हुआ मैं न अच्छा हुआ बुरा न…
Phool Shayari काँटों में घिरे फूल को चूम आएगी लेकिन तितली के परों को कभी छिलते नहीं देखा परवीन शाकिर…
Ghar Shayari : उग रहा है दर-ओ-दीवार से सब्ज़ा ‘ग़ालिब’ हम बयाबाँ में हैं और घर में बहार आई है…
Mohabbat Shayari गर बाज़ी इश्क़ की बाज़ी है जो चाहो लगा दो डर कैसा गर जीत गए तो क्या कहना…
Dard Bhari Shayari बिछड़ गए तो ये दिल उम्र भर लगेगा नहीं लगेगा लगने लगा है मगर लगेगा नहीं उमैर…
Subah Shayari नया चश्मा है पत्थर के शिगाफ़ों से उबलने को, ज़माना किस क़दर बेताब है करवट बदलने को सरदार…
Famous Urdu Shayari यही दुनिया हमें अच्छा भी समझ सकती थी बस ज़रा चाल चलन बीच में आ जाता है।…