एक ज़मीन, दो ग़ज़लें (1): मख़दूम और फ़ैज़..
साहित्य दुनिया की आज हम एक और सीरीज़ शुरू’अ कर रहे हैं, “एक ज़मीन दो ग़ज़लें”. Ghazal Zameen Shayari इस…
दो शा’इर, दो ग़ज़लें सीरीज़ (12): फ़ानी बदायूँनी और राहत इन्दौरी
फ़ानी बदायूँनी की ग़ज़ल: हम मौत भी आए तो मसरूर नहीं होते Hum Maut Bhi Aaye to Masroor Nahin Hote…
दो शा’इर, दो नज़्में (2): मख़दूम और फै़ज़…
Makhdoom Aur Faiz Ki Nazm मख़दूम मुहिउद्दीन की नज़्म: “चारागर” इक चमेली के मंडवे-तले मय-कदे से ज़रा दूर उस मोड़…
दो कहानीकार, दो कहानियाँ (3): ख़लील जिब्रान और सआदत हसन मंटो…
Khalil Jibran Manto Hindi ख़लील जिब्रान की कहानी: तीन चीटियाँ एक व्यक्ति धूप में गहरी नींद में सो रहा था.तीन…
उर्दू शायरी और शब्द : सागर, साग़र और जलील, ज़लील…
Jaleel aur Zaleel सागर(ساگر) और साग़र (ساغر) दो ऐसे लफ़्ज़ हैं जिनके उच्चारण में जो अंतर है वो यूँ तो…
उर्दू शायरी और शब्द : क़मर, कमर और उरूज, अरूज़..
Urdu Shayari Ke Lafz क़मर (قمر) और कमर (کمر) Urdu Shayari Ke Lafz: अक्सर लोगों को कमर और क़मर एक…
दो शा’इर, दो नज़्में (1): परवीन शाकिर और सरदार जाफ़री…
Parveen Shakir Sardar Jafri: साहित्य दुनिया में हम आज ‘दो शा’इर, दो नज़्में’ सीरीज़ शुरू’अ कर रहे हैं.आज हम परवीन…
मई दिवस: सलाम मछलीशहरी की नज़्म….”सड़क बन रही है”
मई दिवस पर साहित्य दुनिया की ओर से पाठकों के लिए पेश कर रहे हैं सलाम मछली शहरी की मशहूर…
ग़ालिब के ख़तों के बारे में और उनका मुंशी हरगोपाल ‘तफ़्ता’ को लिखा ख़त
Ghalib Ke Khat : मिर्ज़ा ग़ालिब (Mirza Ghalib) की शा’इरी के तो सभी दीवाने हैं लेकिन बात नस्र की करें…
उर्दू शायरी और शब्द : ज़िम्’मदार, ज़ियादा, ज़ियादत…
Urdu ke words : ज़िम्’मदार (ज़िम्मेदार)– इसका अर्थ होता है ज़मानत, जवाबदेही, कार्यभार। ये लफ़्ज़ ज़िम्मा से बनता है, ज़िम्मा…