घनी कहानी, छोटी शाखा: अमृता प्रीतम की कहानी “यह कहानी नहीं” का अंतिम भाग

यह कहानी नहीं- अमृता प्रीतम Punjabi Story in Hindi घनी कहानी, छोटी शाखा: अमृता प्रीतम की कहानी “यह कहानी नहीं” का पहला भाग घनी कहानी, छोटी शाखा: अमृता प्रीतम की कहानी “यह कहानी नहीं” का दूसरा भाग भाग-3 (अब तक आपने पढ़ा…सरकारी मीटिंग के लिए स के शहर आयी अ को स अपने घर अधिकार … Read more

घनी कहानी, छोटी शाखा: अमृता प्रीतम की कहानी “यह कहानी नहीं” का दूसरा भाग

यह कहानी नहीं- अमृता प्रीतम Yeh Kahani Nahin घनी कहानी, छोटी शाखा: अमृता प्रीतम की कहानी “यह कहानी नहीं” का पहला भाग भाग-2 (अब तक आपने पढ़ा..किसी सरकारी मीटिंग में स के शहर आयी अ को मीटिंग ख़त्म होने के बाद स अपने घर ले आता है। इन दोनों की पहचान पुरानी लगती है लेकिन … Read more

घनी कहानी, छोटी शाखा: अमृता प्रीतम की कहानी “यह कहानी नहीं” का पहला भाग

यह कहानी नहीं- अमृता प्रीतम Yeh Kahani Nahin Amrita Pritam भाग-1 पत्थर और चूना बहुत था, लेकिन अगर थोड़ी-सी जगह पर दीवार की तरह उभरकर खड़ा हो जाता, तो घर की दीवारें बन सकता था। पर बना नहीं। वह धरती पर फैल गया, सड़कों की तरह और वे दोनों तमाम उम्र उन सड़कों पर चलते … Read more

घनी कहानी, छोटी शाखा: अमृता प्रीतम की कहानी “बृहस्पतिवार का व्रत” का अंतिम भाग

Ishq ki shayari Kaifi Azmi Shayari Hindi Noshi Gilani Shayari Qateel Shifai Daagh Dehlvi Hari Shankar Parsai Jaishankar Prasad Amrita Pritam Ki Kahani Vrahaspativar ka vrat ~ "बृहस्पतिवार का व्रत" Rajendra Bala Ghosh Ki Kahani Dulaiwali

बृहस्पतिवार का व्रत- अमृता प्रीतम  Amrita Pritam Ki Kahani Vrahaspativar ka vrat भाग- 3 (अब तक आपने पढ़ा…बृहस्पतिवार की छुट्टी में पूजा अपने बच्चे मन्नू के साथ बिताती है, लेकिन यही दिन होता है जो उसे वर्तमान से भविष्य की आशंकाओं और अतीत की अंधेरी यादों में भी ले जाता है। पूजा जो कभी गीता … Read more

घनी कहानी, छोटी शाखा: अमृता प्रीतम की कहानी “बृहस्पतिवार का व्रत” का दूसरा भाग

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बृहस्पतिवार का व्रत- अमृता प्रीतम Vrahaspativar ka vrat  घनी कहानी, छोटी शाखा: अमृता प्रीतम की कहानी “बृहस्पतिवार का व्रत” का पहला भाग भाग-2  (अब तक आपने पढ़ा..पूजा अपने नन्हें बच्चे मन्नू के साथ रहती है और अपने बच्चे के लालन-पालन के लिए पूजा दुनिया के जंगल में भरे ख़तरनाक जीवों के बीच जाकर रोज़ जूझती … Read more

घनी कहानी, छोटी शाखा: अमृता प्रीतम की कहानी “बृहस्पतिवार का व्रत” का पहला भाग

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बृहस्पतिवार का व्रत- अमृता प्रीतम Amrita Pritam Ki Kahani Vrahaspativar ka vrat ~ “बृहस्पतिवार का व्रत”   भाग-1 आज बृहस्पतिवार था, इसलिए पूजा को आज काम पर नहीं जाना था। बच्चे के जागने की आवाज़ से पूजा जल्दी से चारपाई से उठी और उसने बच्चे को पालने में से उठाकर अपनी अलसाई-सी छाती से लगा … Read more

दो कहानीकार, दो कहानियाँ (2): अमृता प्रीतम और मंटो

Amrita Pritam Manto Kahani

Amrita Pritam Manto Kahani अमृता प्रीतम की कहानी- जंगली बूटी अगूरी, मेरे पड़ोसियों के पड़ोसियों के पड़ोसियों के घर, उनके बड़े ही पुराने नौकर की बिलकुल नई बीवी है। एक तो नई इस बात से कि वह अपने पति की दूसरी बीवी है, सो उसका पति ‘दुहाजू’ हुआ। जू का मतलब अगर ‘जून’ हो तो … Read more