ख़ुशबू शायरी

Kamar Best Shayari Khushbu Shayari Ashu Mishra Shayari

Khushbu Shayari वो तो ख़ुशबू है हवाओं में बिखर जाएगा मसअला फूल का है फूल किधर जाएगा परवीन शाकिर _____ मुहब्बत एक ख़ुशबू है हमेशा साथ चलती है कोई इंसान तन्हाई में भी तन्हा नहीं रहता बशीर बद्र ____ सलीक़े से हवाओं में जो ख़ुशबू घोल सकते हैं अभी कुछ लोग बाक़ी हैं जो उर्दू … Read more

माँ पर बेहतरीन शेर..

Mother Shayari

Mother Shayari किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकाँ आई मैं घर में सब से छोटा था मिरे हिस्से में माँ आई मुनव्वर राना ~~~~~~~~ दिन भर की मशक़्क़त से बदन चूर है लेकिन माँ ने मुझे देखा तो थकन भूल गई है मुनव्वर राना ~~~~~~~~~ अभी ज़िंदा है माँ मेरी मुझे कुछ … Read more

मलिकज़ादा मंज़ूर अहमद के बेहतरीन शेर

Malikzada Manzoor Shayari Premchand Ki Kahani Saut

Malikzada Manzoor Shayari ~ मालिकज़ादा मंज़ूर अहमद (Malikzada Manzoor Ahmed) का जन्म 17 ऑक्टोबर, 1929 को अम्बेडकर नगर, उत्तर प्रदेश में हुआ था। वो इस दौर के सबसे मशहूर शायरों में से एक हैं। उन्होंने पोयट्री के साथ-साथ प्रोज़ में भी हाथ आज़माया और इसमें भी अच्छी शोहरत हासिल की। उन्होंने कई नॉवल लिखे जिसमें … Read more

हुस्न शायरी: कमर पर बेहतरीन शेर..

Kamar Best Shayari Khushbu Shayari Ashu Mishra Shayari

Kamar Best Shayari बुरा क्या है बाँधो अगर तेग़-ओ-ख़ंजर मगर पहले अपनी कमर देख लेना जलील मानिकपूरी برا کیا ہے باندھو اگر تیغ و خنجر مگر پہلے اپنی کمر دیکھ لینا جلیل مانک پوری _______ शेख़ इब्राहीम ज़ौक़ के बेहतरीन शेर…. ज़ुल्फ़ें सीना नाफ़ कमर एक नदी में कितने भँवर जाँ निसार अख़्तर زلفیں سینہ … Read more

उर्दू की बेहतरीन रुबाईयाँ

Best Urdu Rubai Shaam Shayari Har Haqeeqat Majaz Ho Jaye Tagore ki Kahani Bhikharin Parveen Shakir Shayari

Best Urdu Rubai रूबाई (Rubai) – रूबाई चार-चार मिसरों की ऐसी शा’इरी को कहते हैं जिनके पहले, दूसरे और चौथे मिसरों का एक ही रदीफ़, क़ाफ़िये में होना ज़रूरी है. इसमें एक बात समझनी ज़रूरी है कि ग़ज़ल के लिए प्रचलित 35-36 बह्र में से कोई भी रूबाई के लिए इस्तेमाल में नहीं लायी जाती है. … Read more